बौद्ध धर्म प्रार्थना

बौद्ध धर्म प्रार्थना -नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स ।

नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स ।
नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स ।
नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मासम्बुद्धस्स ।
बुद्धं सरणं गच्छामि |
धम्मंसरणं गच्छामि ।
संघं सरणं गच्छामि ।
दुतियम्पि बुद्धं सरणं गच्छामि ।
दुतियम्पि धम्मं सरणं गच्छामि ।
दुतियम्पि संघं सरणं गच्छामि ।
ततीयम्पि बुद्धं सरणं गच्छामि ।
ततीयम्पि धम्मं सरणं गच्छामि ।
ततीयम्पि संघं सरणं गच्छामि ।
पाणातिपाता वेरमणी सिक्खापदम् समादियामि |
अदिन्नादाना वेरमणी सिक्खापदम् समादियामि ।
कामेसु मिच्छाचारा वेरमणी सिक्खापदम् समादियामि ।
मुसावादा वेरमणी सिक्खापदम् समादियामि ।
सुरा – मेरय-मज्जा – पमाद्वाना वेरमणी सिक्खापदम् समादियामि ।

(पूर्णप्रज्ञ, अर्हन्, भगवान (बुद्ध) को नमस्कार है। पूर्णप्रज्ञ, अर्हन्, भगवान (बुद्ध) को नमस्कार है। पूर्णप्रज्ञ, अर्हन्, भगवान (बुद्ध) को नमस्कार है। मैं बुद्ध की शरण में जाता हूँ, धर्म के शरणापन्न होता हूँ, भिक्षु संघ की शरण में जाता हूँ, द्वितीय बार मैं बुद्ध के शरणापन्न होता हूँ, धर्म की शरण में जाता हूँ, संघ की शरण में जाता हूँ। तीसरी बार मैं बुद्ध के शरणापन्न होता हूँ, धर्म की शरण में जाता हूँ, संघ की शरण में जाता हूँ। मैं जीव की हिंसा न करने की प्रतिज्ञा करता हूँ। मैं उस वस्तु के न लेने की प्रतिज्ञा करता हूँ, जो मुझे न दी गयी हो । भोगों में मिध्याचरण न करने की मैं प्रतिज्ञा करता हूँ । असत्य वचन से बचने की मैं प्रतिज्ञा करता हूँ। मैं सुरा-मद्यादि मादक वस्तुओं से बचने की प्रतिज्ञा करता हूँ ।)